कुछ दर्द भरी बातें:
1.वो ढूंढ रहे थे मुझे भूल जाने के तरीके ,मैंने उनसे खफा होकर उनकी मुश्किल आसान कर दी!
2.बहुत दूर तक जाना पड़ता है सिर्फ यह जानने के लिए कि
नजदीक कौन है!
3.जख्म देकर ना पुंछा करो,दर्द की शिद्दत ,दर्द तो दर्द होता है,
थोड़ा क्या ज्यादा क्या !!
4.घमंड न करना जिंदगी में तकदीर बदलती रहती है!
5.बहुत मजबूत हो जाते हैं वो लोग ,जिसके पास खोने को कुछ नहीं बचता!
6.वक्त इशारा देता रहा और हम इत्तेफाक समझते रहे ...बस मुंह ही धोखे खाते गये और इस्तेमाल होते रहे!
7.कोइ फर्क नहीं होता प्यार और जहर में जहर पीकर लोग मर जाते हैं..... और प्यार करके लोग जी नहीं पाते!
8.जिस पर तुम्हारा वश नही उसके लिए दुखी होना छोड़ दो!
9.हमने तो बहुत प्यार किया था उनसे मगर यह नहीं पता था कि वो हमसे इतनी नफ़रत करते हैं!
10.बहुत दूर तक जाना पड़ता है सिर्फ यह जानने के लिए कि नजदीक कौन है!
11.इजहार कर देना साहब वरना खामोशी उम्र भर का इंतजार बन जाती है!
12.चुप हुं तो पत्थर ना समझ मुझे दिल पे असर हुआ है किसी अपने की बात का!
13.काश ये सिलसिला हो जाए मैं मिट जाऊं या फासला घट जाए!
14.तुझे जैसे चलना है वैसे चल ए जिंदगी मेरी मैंने तो तुझसे हर उम्मिद छोड़ रखी है!
15.काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो डरते क्यों हो पागल तुम्हारी ही तो हुं मैं!
1.वो ढूंढ रहे थे मुझे भूल जाने के तरीके ,मैंने उनसे खफा होकर उनकी मुश्किल आसान कर दी!
2.बहुत दूर तक जाना पड़ता है सिर्फ यह जानने के लिए कि
नजदीक कौन है!
3.जख्म देकर ना पुंछा करो,दर्द की शिद्दत ,दर्द तो दर्द होता है,
थोड़ा क्या ज्यादा क्या !!
4.घमंड न करना जिंदगी में तकदीर बदलती रहती है!
5.बहुत मजबूत हो जाते हैं वो लोग ,जिसके पास खोने को कुछ नहीं बचता!
6.वक्त इशारा देता रहा और हम इत्तेफाक समझते रहे ...बस मुंह ही धोखे खाते गये और इस्तेमाल होते रहे!
7.कोइ फर्क नहीं होता प्यार और जहर में जहर पीकर लोग मर जाते हैं..... और प्यार करके लोग जी नहीं पाते!
8.जिस पर तुम्हारा वश नही उसके लिए दुखी होना छोड़ दो!
9.हमने तो बहुत प्यार किया था उनसे मगर यह नहीं पता था कि वो हमसे इतनी नफ़रत करते हैं!
10.बहुत दूर तक जाना पड़ता है सिर्फ यह जानने के लिए कि नजदीक कौन है!
11.इजहार कर देना साहब वरना खामोशी उम्र भर का इंतजार बन जाती है!
12.चुप हुं तो पत्थर ना समझ मुझे दिल पे असर हुआ है किसी अपने की बात का!
13.काश ये सिलसिला हो जाए मैं मिट जाऊं या फासला घट जाए!
14.तुझे जैसे चलना है वैसे चल ए जिंदगी मेरी मैंने तो तुझसे हर उम्मिद छोड़ रखी है!
15.काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो डरते क्यों हो पागल तुम्हारी ही तो हुं मैं!
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